श्रीरामनवमी विशेष...

                              ।।श्री हरिः।।
  "जापर कृपा राम के होइ तापर कृपा करै सब कोइ "



नमामि राम रामम् भजामि राम रामम्
दीनों के बंधु रामम् दया के सिंधु रामम् ।।
कौशल्यानंद रामम् जन जन के मन में रामम्
अवध के वासी रामम् नमामि राम रामम्।।
सीता के पति रामम् ,लक्ष्मण के भ्राता रामम्
वन को स्वीकारें अयोध्या के राजदुलारम ।।
वन के जवइया लक्ष्मण सह सीतारामम्
नमामि राम रामम् भजामि राम रामम् ।।
अहिल्या को तारे रामम्
हनुमत के प्राण रामम् , पत्थर भी तैरे राम नामम् ।।
दीनों के बंधु रामम् दया के सिंधु रामम्
रावण को मारे रामम्
सबरी उबारे राम रामम् , तुलसी के सार राम नामम् ।।
नमामि राम रामम् , भजामि राम रामम्
दीनों के बंधु रामम् दया के सिंधु रामम् ।।
               
               ।।  जय श्री राम ।।
                                 
                                       - विश्वनाथ नायक

Comments

Popular posts from this blog

आषाढ़ की शुरुआत ...

धरती करती जल की पुकार ...